भैतिक सुखों का आनन्द लीजिए,
भैतिक सुखों का आनन्द लीजिए,
पर खुद की कमाई पर।
शहरी मकान को मुकाम दीजिये,
पर खुद की कमाई पर।
शैलानी बनकर पर्यटन कीजिये,
पर खुद की कमाई पर।
जब भी जो जी चाहे पीजिये,
पर खुद की कमाई पर।
कथन बड़ा कडुआ लेकिन
सच्चा है,
अच्छा खाना ब्रांडेड कपड़े
अच्छा है।
जो अपनी सम्मत्ति बेचे निरा
बच्चा है,
आज नहीं तो कल खायेगा
गच्चा है।