भाव विभोर
बन गयी मैं तो श्याम दीवानी
करूं मैं प्रभु तेरी भक्ति अपार।
ईशमय हो गया ये संसार
प्रभुमय हो गया ये संसार।
यमुना तीरे तेरी बाट देखती
जल बीच अपना मुखड़ा लाऊँ
राधा में कान्हा हैं समाये
मैं खुद में तुझको ही पाऊं।
नटखट मैं चाहूं तुझे
बन गयी मैं तो श्याम दीवानी
करूं मैं प्रभु तेरी भक्ति अपार।
ईशमय हो गया ये संसार
प्रभुमय हो गया ये संसार।
यमुना तीरे तेरी बाट देखती
जल बीच अपना मुखड़ा लाऊँ
राधा में कान्हा हैं समाये
मैं खुद में तुझको ही पाऊं।
नटखट मैं चाहूं तुझे