भारत बनाम हिन्दुस्तान
भारत बनाम हिन्दुस्तान
भारत में तो ममता है और समता है।
हिन्दुस्तान में बस जातीय विषमता है।।
भारत में देखो बुद्ध हैं और महावीर हैं।
हिन्दुस्तान में तो लकीर के फकीर हैं।।
भारत में तो समता मूलक संविधान है।
हिन्दुस्तान में बस वेद हैं और पुराण हैं।।
भारत में लोकतांत्रिक मूल्य बसता है।
हिन्दुस्तान में वंचित की दसा खस्ता है।।
भारत में तो सब एक हैं और नेक हैं।
हिन्दुस्तान में जात और वर्ण अनेक हैं।।
भारत समानता की फसलें काट रहा।
हिन्दुस्तान हमें जाति-वर्ण में बांट रहा।।
भारत में तो सब के बुलंद हौंसले हैं।
हिन्दुस्तान में रूढियाँ और ढकोसले हैं।।
भारत में कुशल इंजीनियर डाक्टर हैं।
हिन्दुस्तान में ब्राह्मण , क्षत्रिय , शुद्र हैं।।
‘सिल्ला’ सिर गर्व से ऊंचा है भारत का।
हिन्दुस्तान अवशेष जरजर इमारत का।।
साभार- विनोद सिल्ला