Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2022 · 3 min read

भारत लोकतंत्र एक पर्याय

अखण्ड, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी।
42 वे संविधान संशोधन 1976 में ।
जोङे गए प्रस्तावना में ये तीन नए शब्द ।
प्रशस्त करे जो हर भारतीय नागरिक को ।
ब्रम्हांड, आसमाँ में रहते ।
एकजुट होकर जैसे ।
चांद,तारे,सूर्य, ग्रह, नक्षत्र ।
सबकी है जरूरत सर्वत्र ।
रहते वैसे ही इस भारत भूमि पर ।
जैन,बौद्ध, पारसी,सीख,ईसाई,हिंदू, मुस्लिम ये मजहब ।
सब ही यही सीखाते है ।
है ईश्वर एक महज ।
हिंसा से करके निवृत्ति ।
मनसा,वाचा,कर्मणा।
अपराधो से कर लो विरक्ति ।
हो जहां में मानव का कल्याण ।
दे ईश्वर सबको सद्बुद्धि ।
अहिंसा परमोः धर्मः ।
आत्मा की है सिर्फ यही सूक्ति ।
किसी से घृणा, जाति वर्ग से पीङा ।
भेदभाव हो समाज से खत्म ।
उठाए हम सब मिलकर बीङा ।
गंगा,यमुना, कावेरी,गोदावरी ।
बहती जिस धरा पर ये शुचि नदियाँ ।
गर्व से गौरवान्वित है जहाँ की बीती सदियाँ ।
खङा हिमालय,नीलगिरी,सह्याद्रि।
जङी -बूटियो की खान ।
नीरोगी काया जीवन का प्रथम सोपान ।
है विस्तृत भारत में ।
ज्ञान समाहित जगत् कल्याण ।
बुद्ध, महावीर,नानक, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम, श्री कृष्ण गणेश ।
नाना देवी -देवताओ की करती जो धरती आह्वान ।
उत्तर -दक्षिण, पूर्व -पश्चिम ।
हर ओर खुशी की लहर स्वप्निल ।
सुबह-ए-बनारस मां गंगा की आरती ।
छटा अद्भुत, स्वर्ग आभास, विस्मरणीय इस पल की ।
ताजमहल,गेटवे ऑफ इंडिया ।
कुतुब, चारमीनार, लाल किला ।
चमोली, चम्बा, ऊंटी, गुलबर्गा, गुलमर्ग ।
कन्याकुमारी, नैनीताल, जुहू,मरीना, शिमला की सर्द ।
अजमेर,बुंदेलखंड, अमृतसर, राँची ।
सासाराम मकबरा शेरशाह सूरी अशोक बौद्ध स्तूप सांची ।
पौ फटते प्रकृति में कलरव करते पंछी ।
हरियाली है जहाँ बिखरी ।
नीला आकाश,समंदर छवि निराली ।
बंगाल की खाड़ी, अरब सागर, हिंद महासागर लहराएं ।
यही पर बांसुरी, शहनाई ।
कृष्ण, बिस्मिल्लाह बजाए।
होली, दीवाली, ईद,क्रिसमस ।
प्रकाश पर्व, पोंगल, गणेश उत्सव।
दशहरा,नवरात्र, रोजा,व्रत ।
मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरुद्वारा ।
विविधता है कितनी फिर भी सब है एक ।
अनेकता में एकता का ये सूचक ।
रहे भरा प्यार, भाईचारा इनमे ।
हो सब एकता करे कार्य नेक ।
देवदार,चीङ, मोगरा आबनूस ।
पीपल, नीम ,आम,अशोक वृक्ष ।
ऋतुएं है भिन्न-भिन्न ।
हर एक नवा है दिन ।
गीता की वाणी,गूंजे आकाशवाणी ।
शादी की रस्म ।
अलग मेरी ये नज्म ।
तालाब मे शोभित खिले पद्म ।
मां भारती के प्रति देशभक्ति ।
अपने लहू कार कतरा-कतरा बहाएंगे ।
आए तन अपने देश की खातिर ये सौभाग्य कहां पाएँगे ।
बिस्मिल, भगत,आजाद, सुभाष,गांधी,तिलक,मालवीय,
सावरकर ।
गोखले,उद्यम सिंह, अम्बेडकर ।
मरकर भी रहेगा इनका नाम अमर ।
सुंदरवन डेल्टा, असम काजीरंगा गैण्डा ।
गिर शेर,मानस हाथी ।
है ये संजोए पर्यावरण की सौंदर्यता ।
कोणार्क सूर्य मंदिर, मदुरै मीनाक्षी।
महाराष्ट्र सिद्धि विनायक ।
काश्मीर मां वैष्णो भवानी ।
पूज्य सभी स्थल यहाँ ।
काशी,मथुरा,द्वारका ।
अयोध्या ईश्वर चरण पखानी ।
गांधर, नागर,द्रविड़, बेसर ।
अद्भूत मंदिर, मूर्ति कला ।
मधुबनी, किशनगढ चित्रकला ।
एलोरा, एलीफेण्टा ,भीम बेटका अद्भुत नमूना छटा ।
बुलर, डल,सांभर,चिल्का ।
झील ये भारत की शोभा ।
थार मरूस्थल सूखा रेत नागफनी कंटीला ।
टैगोर,सी वी रमण, हर गोविंद खुराना ।
सुब्रमण्यम चन्द्रशेखर, मदर टेरेसा।
अमर्त्य सेन,कैलास सत्यार्थी ।
विजेता नोबेल पुरस्कृत भारतीय ।
ए.आर. रहमान, श्याम बेनेगल ।
लता मंगेशकर, रफी, किशोर ।
मुकेश,आशा, महेंद्र कपूर ।
आदि मधुर आवाज से करे मंत्रमुग्ध रोम-रोम ।
इनसे परिचित जहां का हर छोर ।
संगीत से ऑस्कर तक ।
सफर ए. आर. रहमान का उज्ज्वल ।
सचिन तेंदुलकर, नीरज चोपड़ा, अभिनव बिंद्रा, पी.वी. सिन्धु, धोनी,कोहली आदि खिलाङियो की चर्चा हर ओर ।
सूर्य निकलने से डूबने तक अद्भुत छटा मां भारती का ।
विश्वविख्यात सब हो आकर्षित आते गुण गाते इस वसुधा का ।
जय भारती -जय शैलेंद्र नमन इस धरा को साष्टांग प्रणाम कर जोङ।

Language: Hindi
225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मै ज़ब 2017 मे फेसबुक पर आया आया था
मै ज़ब 2017 मे फेसबुक पर आया आया था
शेखर सिंह
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
Dr MusafiR BaithA
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Neeraj Agarwal
हे परम पिता !
हे परम पिता !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जुबां बोल भी नहीं पाती है।
जुबां बोल भी नहीं पाती है।
नेताम आर सी
प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन
प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन
Er. Sanjay Shrivastava
"चाँदनी रातें"
Pushpraj Anant
ब्यूटी विद ब्रेन
ब्यूटी विद ब्रेन
Shekhar Chandra Mitra
" नम पलकों की कोर "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बुद्धिमान हर बात पर,
बुद्धिमान हर बात पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
" एक थी बुआ भतेरी "
Dr Meenu Poonia
"कवि तो वही"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"गौतम बुद्ध"*
Shashi kala vyas
मैं कितना अकेला था....!
मैं कितना अकेला था....!
भवेश
ना जाने कौन सी डिग्रियाँ है तुम्हारे पास
ना जाने कौन सी डिग्रियाँ है तुम्हारे पास
Gouri tiwari
ज़िन्दगी में अगर ऑंख बंद कर किसी पर विश्वास कर लेते हैं तो
ज़िन्दगी में अगर ऑंख बंद कर किसी पर विश्वास कर लेते हैं तो
Paras Nath Jha
हिंदी है पहचान
हिंदी है पहचान
Seema gupta,Alwar
2676.*पूर्णिका*
2676.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नियम पुराना
नियम पुराना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (कुंडलिया)
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (कुंडलिया)
Ravi Prakash
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
शिक्षा
शिक्षा
Buddha Prakash
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
उपकार माईया का
उपकार माईया का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
खुद में हैं सब अधूरे
खुद में हैं सब अधूरे
Dr fauzia Naseem shad
घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो
घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो
gurudeenverma198
घाव
घाव
अखिलेश 'अखिल'
न जाने क्या ज़माना चाहता है
न जाने क्या ज़माना चाहता है
Dr. Alpana Suhasini
Loading...