भागती जिंदगी
व्यस्त था जिंदगी में के सपने अधूरे ना रह जाए,
सपने तो पूरे हुए, मगर रिश्ते भी कहीं छूट गए
याद दिलाया किसी ने आज अपने होने का एहसास
तो दिल ढूंढता है अब छुटे रिश्तो को बार-बार …..
उमेंद्र कुमार
व्यस्त था जिंदगी में के सपने अधूरे ना रह जाए,
सपने तो पूरे हुए, मगर रिश्ते भी कहीं छूट गए
याद दिलाया किसी ने आज अपने होने का एहसास
तो दिल ढूंढता है अब छुटे रिश्तो को बार-बार …..
उमेंद्र कुमार