भविष्य के ख़तरे
हम अगर उट्ठे नहीं तो
सत्यानाश हो जाएगा!
लोकतंत्र नहीं बचेगा,
सर्वनाश हो जाएगा!!
वही भय जो हमें कुछ
कहने नहीं देता खुलके
अगली पीढ़ी के लिए
गलफांस हो जाएगा!!
Shekhar Chandra Mitra
हम अगर उट्ठे नहीं तो
सत्यानाश हो जाएगा!
लोकतंत्र नहीं बचेगा,
सर्वनाश हो जाएगा!!
वही भय जो हमें कुछ
कहने नहीं देता खुलके
अगली पीढ़ी के लिए
गलफांस हो जाएगा!!
Shekhar Chandra Mitra