Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2021 · 1 min read

भविष्य अनिश्चित

कौन बचेगा!
कौन मरेगा!!
किसे पता है!
किसे ख़बर!!
वक़्त किसका
क्या करेगा!!
किसे पता है!
किसे ख़बर!!
जो करना है
अभी कर ले!
जो करना है
यहीं कर ले!
तू ख़तरों से
कितना डरेगा!
किसे पता है!
किसे ख़बर!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#OshoVosion

Language: Hindi
223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"उदास सांझ"
Dr. Kishan tandon kranti
3461🌷 *पूर्णिका* 🌷
3461🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
साहित्य सृजन .....
साहित्य सृजन .....
Awadhesh Kumar Singh
संवेदना
संवेदना
Anuja Kaushik
भयावह होता है अकेला होना
भयावह होता है अकेला होना
Shikha Mishra
हरेली तिहार
हरेली तिहार
डिजेन्द्र कुर्रे
सृष्टि का रहस्य
सृष्टि का रहस्य
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे।
हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे।
सत्य कुमार प्रेमी
खुशी ( Happiness)
खुशी ( Happiness)
Ashu Sharma
यही बात समझने में आधी जिंदगी बीत गई
यही बात समझने में आधी जिंदगी बीत गई
Ashwini sharma
शब्दों के कारवाँ
शब्दों के कारवाँ
Kshma Urmila
माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
Neeraj Mishra " नीर "
* चाहतों में *
* चाहतों में *
surenderpal vaidya
हुनर है मुझमें
हुनर है मुझमें
Satish Srijan
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
Mahesh Ojha
प्रभु श्रीराम
प्रभु श्रीराम
Dr. Upasana Pandey
उम्र थका नही सकती,
उम्र थका नही सकती,
Yogendra Chaturwedi
ध्यान-रूप स्वरुप में जिनके, चिंतन चलता निरंतर;
ध्यान-रूप स्वरुप में जिनके, चिंतन चलता निरंतर;
manjula chauhan
Exam Stress
Exam Stress
Tushar Jagawat
गांधी लाल बहादुर शास्त्री हमरा देश के दुगो शनवा।
गांधी लाल बहादुर शास्त्री हमरा देश के दुगो शनवा।
Rj Anand Prajapati
तुमने - दीपक नीलपदम्
तुमने - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
आज के समाज का यह दस्तूर है,
आज के समाज का यह दस्तूर है,
Ajit Kumar "Karn"
दिल का हाल
दिल का हाल
Ram Krishan Rastogi
काली भजन
काली भजन
श्रीहर्ष आचार्य
..
..
*प्रणय*
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Stay true to yourself.
Stay true to yourself.
पूर्वार्थ
Loading...