Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2021 · 1 min read

भगतसिंह से सवाल

ऐ भगतसिंह, केकरा खातिर
तू फांसी पर लटकल रहलअ
तनी देख लअ ऊ का करेला
आपसे में के आन लड़ेला
ऐ भगतसिंह, जेकरा खातिर
तू फांसी पर लटकल रहलअ…
कहीं हिंदू-मुसलमान होता
कहीं दलित-बभनान होता
फूहड़ राजनीति के शिकार
इहां रात-दिन इंसान होता
आपसी भाईचारा घटेला
सामाज में नफ़रत बढ़ेला
ऐ भगतसिंह, केकरा खातिर
तू फांसी पर लटकल रहलअ…

‌‌ #Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#CommunalPolitics

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने सपनों के लिए
अपने सपनों के लिए
हिमांशु Kulshrestha
*जूते चोरी होने का दुख (हास्य व्यंग्य)*
*जूते चोरी होने का दुख (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
किस बात का गुमान है
किस बात का गुमान है
भरत कुमार सोलंकी
मुझे लगता था —
मुझे लगता था —
SURYA PRAKASH SHARMA
किताब के किसी पन्ने में गर दर्दनाक कोई कहानी हो
किताब के किसी पन्ने में गर दर्दनाक कोई कहानी हो
Ajit Kumar "Karn"
उत्तर से बढ़कर नहीं,
उत्तर से बढ़कर नहीं,
sushil sarna
बिछोह
बिछोह
Shaily
गम की बदली बनकर यूँ भाग जाती है
गम की बदली बनकर यूँ भाग जाती है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"वक्त के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
Shweta Soni
देश की संस्कृति और सभ्यता की ,
देश की संस्कृति और सभ्यता की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
* मंजिल आ जाती है पास *
* मंजिल आ जाती है पास *
surenderpal vaidya
नदी की बूंद
नदी की बूंद
Sanjay ' शून्य'
हाय गरीबी जुल्म न कर
हाय गरीबी जुल्म न कर
कृष्णकांत गुर्जर
"चालाक आदमी की दास्तान"
Pushpraj Anant
जीवन  है  रंगमंच   कलाकार  हम  सभी
जीवन है रंगमंच कलाकार हम सभी
Dr Archana Gupta
संबंध
संबंध
Shashi Mahajan
हिन्दू जागरण गीत
हिन्दू जागरण गीत
मनोज कर्ण
अश्रु
अश्रु
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
Dr Meenu Poonia
आँखों में रहा दिल में उतरकर नहीं देखा,
आँखों में रहा दिल में उतरकर नहीं देखा,
पूर्वार्थ
Environment
Environment
Neelam Sharma
सुन मेरे बच्चे
सुन मेरे बच्चे
Sangeeta Beniwal
In the bamboo forest
In the bamboo forest
Otteri Selvakumar
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
Meenakshi Masoom
Someone Special
Someone Special
Ram Babu Mandal
4778.*पूर्णिका*
4778.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ਸ਼ਿਕਵੇ ਉਹ ਵੀ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ
ਸ਼ਿਕਵੇ ਉਹ ਵੀ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ
Surinder blackpen
समरसता की दृष्टि रखिए
समरसता की दृष्टि रखिए
Dinesh Kumar Gangwar
Kya ajeeb baat thi
Kya ajeeb baat thi
shabina. Naaz
Loading...