बोला कौवा क्या करूॅं ,मोटी है आवाज( कुंडलिया)
बोला कौवा क्या करूॅं ,मोटी है आवाज( कुंडलिया)
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बोला कौवा क्या करूॅं ,मोटी है आवाज
काले मेरे रंग का , जाने क्या है राज
जाने क्या है राज , उसे मैंने समझाया
काला-गोरा छोड़ , ईश ने तुझे बनाया
कहते रवि कविराय, अरे कौवा तू भोला
जो तेरी आवाज, ठीक तू उसमें बोला
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451