बेवफ़ा से वफ़ा, अब नहीं चाहिए
दिलजले को दवा, अब नहीं चाहिए
बेवफ़ा से वफ़ा, अब नहीं चाहिए
आपने चाहा था, जिस अदा से मुझे
आपकी वो अदा, अब नहीं चाहिए
लाख टूटे हैं मुझपे सितम, बस करो
इश्क़ में फिर दग़ा, अब नहीं चाहिए
वक़्त की मार, सहने लगा आदतन
बख़्श दीजे, सज़ा, अब नहीं चाहिए
ज़िन्दगी बेवफ़ा है सुना, तू भी सुन
रोज़ मुझको क़ज़ा, अब नहीं चाहिए