Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2022 · 1 min read

बेरोजगार आशिक

छोड़ गईलस ऊ
हाथ हमार
काहे कि हम
बेरोजगार रहनी!
ना दीहलस ऊ
साथ हमार
काहे कि हम
बेरोजगार रहनी!
अचानक हमरा
जीते जी
केहू दोसरा से
शादी करके!
झुका दीहलस ऊ
माथ हमार
काहे कि हम
बेरोजगार रहनी!!
Shekhar Chandra Mitra
#राष्ट्रीयबेरोजगारदिवस #बगावत #सियासत #बेकारी #job #मायूस #unemployment #love #breakup #शायर #lyricist #नौकरी

Language: Bhojpuri
159 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मशाल
मशाल
नेताम आर सी
माँ सरस्वती-वंदना
माँ सरस्वती-वंदना
Kanchan Khanna
🌹खूबसूरती महज....
🌹खूबसूरती महज....
Dr Shweta sood
पागल
पागल
Sushil chauhan
2471पूर्णिका
2471पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
परीक्षा
परीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
Sahil Ahmad
समझ
समझ
Shyam Sundar Subramanian
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
■ सवालिया शेर-
■ सवालिया शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
कोशिस करो कि दोगले लोगों से
कोशिस करो कि दोगले लोगों से
Shankar N aanjna
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
अंगद के पैर की तरह
अंगद के पैर की तरह
Satish Srijan
खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha
खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*बूढ़ा दरख्त गाँव का *
*बूढ़ा दरख्त गाँव का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जाना सबके भाग्य में, कहॉं अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*जाना सबके भाग्य में, कहॉं अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"खामोशी"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-246💐
💐प्रेम कौतुक-246💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संस्कारों की रिक्तता
संस्कारों की रिक्तता
पूर्वार्थ
सच तो हम और आप ,
सच तो हम और आप ,
Neeraj Agarwal
बचपन और गांव
बचपन और गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
//...महापुरुष...//
//...महापुरुष...//
Chinta netam " मन "
वाणी में शालीनता ,
वाणी में शालीनता ,
sushil sarna
Loading...