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29 May 2024 · 1 min read

बुरा दौर

चंद घण्टे पहले तुमने, जब लंकेश जलाया था,
सत्य रहा झूठ पे भारी, क्यूं तुमने बतलाया था ?
अन्याय की चिंगारी को, क्या प्रदेश सहेगा जी ?
रावण का भी रहा नहीं, क्या तेरा दंभ रहेगा जी?
जो करना है करले अपनी, हम भी अपनी ठानेंगे,
नाकों चने चबाएंगे हम तुम्हे झुकाकर मानेंगे ॥

25/10/2018

RD JANGRA

1 Like · 62 Views
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