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9 Dec 2024 · 1 min read

बुन्देली दोहा – चिट (चोट का निशान)-दोहाकार- राना लिधौरी

बुन्देली दोहा – चिट (चोट का निशान)

#राना चिट बन जात है,लग जाबै जब चोट।
खुलै जगाँ पै है दिखत,तन में लगबें खोट।।

बड़ौ घाव जब सूखतइ,चिट को बनत निशान।
हल्को कारौ हौत है,#राना रत पैचान।।

हलकै में ऊदम ‌ करौ,गिरै खूब मैदान।
मुलकन चिट#राना बनी,फिर मिट गइँ है आन।।

छोटी चिट मिट जात है,बड्डी के रत चिन्ह।
#राना रहत सवाल है,मन रत जीसै खिन्न।।

चिट ना बनबै काउँ खौं, हौंय न ऐसे काम।
हो चरित्र या खेल कुछ, #राना‌‌ का‌‌ पैगाम।।
*** दिनांक -9-12-2024
✍️ राजीव नामदेव”राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक-‘अनुश्रुति’त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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