बुंदेली दोहा -तर
बुंदेली दोहा विषय – तरी
तरी लैन बै आयतै , भुन्सारे से आज |
#राना है कीकी तरफ, कितै समारै काज ||
लैबें खौ #राना तरी , आ गय माते दोर |
किते वोट तुम डार रय , जा रय किसकी ओर ||
बातें रयै मठोल है , घौटन हमखौं चात |
तरी हमारी जानबें , #राना बै पुटयात ||
तरी जौन की खुल गई , #राना बौ हकलात |
मुंडी खौं नैचें करै , धरती रत कुलयात ||
#राना कौ कैबौ इतै , तरी रखौ मजबूत |
टुकलौ भी ना कर सकै , आकै कौनउँ पूत ||
एक हास्य दोहा –
धना कात मोरी तरी , गुइयाँ लैबै आँइँ |
#राना उल्टौ हौ गयो, दैकें गइँ परछाँइँ ||
*** दिनांक-25.9-2023
✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
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