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30 May 2022 · 1 min read

बुंदेली दोहा-डबला

*नमन #जय_बुंदेली_साहित्य_समूह

बुंदेली दोहा-“#डबला

1

डब्बल डबला में धरे ,
मुलक लये थे जोर |
भड़या आके ले गये ,
मचो गाँव में शोर ||
***

2

डबला से फूले फिरें ,
फरकत फूफा आज |
फोकट में करते नहीं ,
मड़वा नीचे काज ||
***

*© #राजीव_नामदेव “#राना_लिधौरी” #टीकमगढ़
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001 मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

Language: Hindi
1 Like · 301 Views
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