बुंदेली दोहा गरे गौ (भाग-2)
बुंदेली दोहा विषय – गरे गौं (आफत में जान या मुसीबत में पड़ना) भाग-2
4
ब्याद गरे गौं जानियौ, कभउँ न साजी होय |
#राना जीखौं है लगत , मुड़िया पकरै रोय ||
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5
चमचा देखे येक दिन , परत गरे गौं यैन |
सबरै काम नसात है , हौत भौंत है ठैन ||
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6
धना कात #राना सुनो , बिदी गरे गौं आन |
झूट कयी नइँ जाव जू, सो रुक गय मैमान ||
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✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़*
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
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