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11 Sep 2022 · 1 min read

बिन हमारे तुम एक दिन

बिन हमारे तुम एक दिन, दोस्त बहुत पछताओगे।
आयेगी याद मोहब्बत हमारी, ऑंसू बहुत बहाओगे।।
बिन हमारे तुम एक दिन——————-।।

होगा असर नहीं कभी कम,मेरे इन आँसुओं का।
मिलेगा नहीं तुमको और,ऐसा दिल वफाओं का।।
आयेगी याद मेरी वफायें, मुझको बहुत तलाशोगे।
बिन हमारे तुम एक दिन——————–।।

मिलेगी नहीं दोस्त तुमको, आजादी मुझसी और से।
इज्जत तुमको अपनों सी यह,मिलेगी नहीं और से।।
होंगे जब तुम महलों में कैद,मुझको बहुत पुकारोगे।
बिन हमारे तुम एक दिन——————-।।

करेगा सहन कौन तेरे सितम,मेरी तरहां यूं प्यार में।
तोड़ेगा कौन अपनों से रिश्ता, तेरे लिए यूं इकरार में।।
टूटेंगे जब ख्वाब तेरे,तुम दिल से मुझको लगावोगे।
बिन हमारे तुम एक दिन———————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
Tag: गीत
141 Views
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