बिना नींव वा छत के स्मार्ट सिटी @लघुकथा
कन्हैया ने पीएचडी. पास किया.
वह दिशा निर्देशक बनना चाहता है,
उससे पहले एक नारे ने उसे दिशा दे दी,
सबकुछ जैसे उसकी इच्छा के खिलाफ हो,
खैर कुछ नेता काले रंग से डरे हुए है,
और उसने लाल रंग को चुन लिया,
बात पूरे देश विदेश में फैल गई,
वह अपनी बातें
अपने डॉक्ट्रेट के आधार पर कहे
यह लोगों को पसंद नहीं,
बात भात,नमक,मिर्च, तेल,हल्दी, मिर्च, गैस,चूल्हे
प्याज, टमाटर की ओर कौन देखें,
देश तो छद्म राष्ट्रवाद से बड़े गर्व से अभीभूत है,
जिसे देशभक्ति का सर्टिफिकेट मिले
और वफादार का तमका.
अब सिद्ध तो यही होगा.
बिना नींव वा छत के स्मार्ट सिटी.
शिक्षित अयोग्य है नेता मानक,