बिध्वंस नहीं निर्माण चाहिए
सबको जीने का हक है , क्या रखा है संग्राम में
सावधान! साम्राज्य वादियों, युद्ध न करें जहान में
युद्ध नहीं अब प्रेम चाहिए, इस नश्वर संसार में
धमकाओ मत दुनिया को, अपने अहंकार और शान में
निपट जाएंगे सभी एक दिन, नाशवान संसार में
एतिहासिक बिध्वंस करोगे, क्या तुम फिर बच जाओगे
अपने अपने पापों की,सजा एक दिन पाओगे
दे सकते हैं समाज को अच्छा, दुनिया में अच्छे काम करें
बिध्बंस नहीं हो दुनिया में,अब निर्माण का काम करें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी