बितियाँ बात सुण लेना
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
कदम उठाने से पहले समझ लेना।।
देखना किसके हाथों मे हित बसे।
किसी के हाथ लागे कठोर करारे है।।
देखना किसके नैना मे सन्हे बसे ।
किसी की आँखों मे हवस भराई है।।
किके धोराँ मे धुल भरियों
वाणी में कुटलाई मन भी काला है।
कुर्णसु तु पावा धोग कियों
पहले परख जगत में कर लेना है।
बिना बात किसी से बात करें,
तो आगे युही बातें बड़ जाती है
अपनी उँगली जो पकड़ावे,
तो वही हाथ पकड़ते जाते हैं।।
बेटी पद चिनो को देख जगत में
मन से प्रणाम उनको कर लेना।।
बेटी छोटी छोटी बातें सुण मेरी।
राह चुनने के पहले समझ लेना।।
अनिल चौबिसा चित्तौड़गढ़
9829246588