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31 Aug 2022 · 1 min read

बारिश पर लिखे अशआर

कुछ लम्हे ऐसे गुज़रे
कुछ एहसास ऐसे बीते।
कभी ली गुलों की खुशबू
कभी बारिशों में भीगे ।

• इस दिल की ज़मीं पर
जब चाहे बरस जाएं ।
पादों की बारिश का
कोई मौसम नहीं होता ।।

• हो तेरे एतबार की बारिश ।
भीग जाऊं मेरी तमन्ना है ।।

• यादों की महकी खुशबू
ये साजिशों का मौसम ।
दिल से गुज़र के निकले
ये बारिशों मौसम ।।

*मुकम्मल हो नहीं पाई
अधूरी सी मुलाकातें ।
बिना बरसात के बरसी
फिर आंखों से बरसातें ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 239 Views
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