बारिश को भी
बारिश को भी
अंदाजा था
अहसास था
ख्याल था
मेरी प्यास का
तभी तो आज छन से
बरस गई
मेरे आंगन और
बस फिर रुकी नहीं
थमी नहीं
पायल खनकाती बस
झूमती चली गई
मदहोशी से नाचती चली गई
एक पगली के प्यार की दीवानगी सी
बरसती चली गई।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001