बापू (गाँधी जी )
सत्य-अहिंसा – प्रेम लिए,
अभय का पाठ सिखाते थे, बापू।
अपना कर्तव्य , अधिकार दिखाते थे,बापू ।
सत्य के अर्पण में ,
अहिंसा के समर्पण में ,
सादगी भरी जीवन बिताते थे, बापू।
सत्य के साथ सरल,सहज बन,
सही राह दिखाते थे, बापू ।
सत्यनिष्ठ होकर ,जीवन बिताते थे,
खुद पर निर्भर होना ,सिखाते थे, बापू
सत्य के साथ जीवन बिताते थे, बापू ।
कर्तव्य के साथ अधिकार जुड़ा है।
ये कर्तव्य , अधिकार दिखा चुके थे,बापू।
इंसानियत का अहसास जोड़ते हुए,
अपना स्वधर्म निभाते थे ,बापू ।
खुद अपना भार उठाते थे ,
सही राह पर चलते हुए,
अपना प्राण गँवाते हुए
हे राम कहते हुए ,
मानवता का पाठ -पढ़ाते थे,बापू _ डॉ. सीमा कुमारी, बिहार,
(भागलपुर) दिनांक- 21-1-022 स्वरचित , जिसे आज प्रकाशित कर रही हूं।