Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2016 · 1 min read

बात मतलब की करे संसार है

बात मतलब की करे संसार है
बस दिखावे के लिये ये प्यार है

काटती हैं रात दिन तन्हाईयां
ज़िंदगी जीना बड़ा दुश्वार है

दो निवालों के लिये अब देखिये
आदमी बिकता सरे बाजार है

आस्तीनों से भरोसा उठ गया
कोठियों की साँप को दरकार है

बेगुनाहों का घड़ा भरता नहीं
क़ैद में कानून है सरकार है

ढूँढिये अब तो दवा कोई मुफ़ीद
मुल्क़ अपना आजकल बीमार है

राकेश दुबे “गुलशन”
23/07/2016
बरेली

663 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फिर एक पलायन (पहाड़ी कहानी)
फिर एक पलायन (पहाड़ी कहानी)
श्याम सिंह बिष्ट
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
कवि रमेशराज
रिश्ते वही अनमोल
रिश्ते वही अनमोल
Dr fauzia Naseem shad
पुस्तक
पुस्तक
जगदीश लववंशी
माता - पिता
माता - पिता
Umender kumar
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
VEDANTA PATEL
चील .....
चील .....
sushil sarna
साथ जब चाहा था
साथ जब चाहा था
Ranjana Verma
*वकीलों की वकीलगिरी*
*वकीलों की वकीलगिरी*
Dushyant Kumar
"फागुन गीत..2023"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
न बदले...!
न बदले...!
Srishty Bansal
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
पूर्वार्थ
जख्म भी रूठ गया है अबतो
जख्म भी रूठ गया है अबतो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
...........!
...........!
शेखर सिंह
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
शिव प्रताप लोधी
शुभ होली
शुभ होली
Dr Archana Gupta
जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है
जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है
कवि दीपक बवेजा
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
ओनिका सेतिया 'अनु '
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मौहब्बत को ख़ाक समझकर ओढ़ने आयी है ।
मौहब्बत को ख़ाक समझकर ओढ़ने आयी है ।
Phool gufran
3274.*पूर्णिका*
3274.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हैवानियत
हैवानियत
Shekhar Chandra Mitra
हो भासा विग्यानी।
हो भासा विग्यानी।
Acharya Rama Nand Mandal
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
गांव के छोरे
गांव के छोरे
जय लगन कुमार हैप्पी
"नारियल"
Dr. Kishan tandon kranti
Mathematics Introduction .
Mathematics Introduction .
Nishant prakhar
💐प्रेम कौतुक-558💐
💐प्रेम कौतुक-558💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
Loading...