बात भी कहना ज़रूरी
यूँ तो हर ख़्वाहिश अधूरी
बात भी कहना ज़रूरी
जी लिए यूँ उम्र काफ़ी
हर तमन्ना पर अधूरी
सोच का आधार आधा
कहने को हर चीज़ पूरी
दुश्मनों की भीड़ में भी
मारता है दोस्त छूरी
मौत हमको ले चली है
ज़िन्दगी जी कर अधूरी
यूँ तो हर ख़्वाहिश अधूरी
बात भी कहना ज़रूरी
जी लिए यूँ उम्र काफ़ी
हर तमन्ना पर अधूरी
सोच का आधार आधा
कहने को हर चीज़ पूरी
दुश्मनों की भीड़ में भी
मारता है दोस्त छूरी
मौत हमको ले चली है
ज़िन्दगी जी कर अधूरी