sp,,94बात कोई भी नहीं भूलता
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बात कोई भी नहीं भूलता है आसान भुलाना रिश्ता
आज के युग में सब है बिकता सबसे बड़ा पैसे का रिश्ता
नत मस्तक पैसे के आगे हर सुख सुविधा इसकी बांदी
ले जाती है हवा उड़ा कर जब चलती है इसकी आंधी
बचना है इसके प्रकोप से नन्ही दूब बनो झुक जाओ
या फिर खूब कमाओ पैसा धन कुबेर तुम भी कहलाओ
लेकिन हारा था कुबेर भी बजता कभी था जिसका डंका
जिससे छीनी थी रावण ने बनी दिव्य सोने की लंका
धन वैभव संपदा से ज्यादा सबसे बड़ा आत्म बल होता
धर्म ज्ञान संयम मन वाला वही महामानव भी होता
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डॉक्टर इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव
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