Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2021 · 1 min read

बाकी सब चंगा सी

मंत्री-संतरी नंगा सी!
बाकी सब चंगा सी!!
धर्म बना अब धंधा सी
बाकी सब चंगा सी!!
कुर्सी का खेल गंदा सी
बाकी सब चंगा सी!!
पूरा दरबार अंधा सी
बाकी सब चंगा सी!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी से निकल जाने वाले
जिंदगी से निकल जाने वाले
हिमांशु Kulshrestha
SP52 जो ब्रह्म कमंडल से
SP52 जो ब्रह्म कमंडल से
Manoj Shrivastava
अंतस  सूरत  आपरी, अवळूं घणीह आय।
अंतस सूरत आपरी, अवळूं घणीह आय।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
संवेदनाएं
संवेदनाएं
Buddha Prakash
"बेटी दिवस, 2024 पर विशेष .."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
भोर पुरानी हो गई
भोर पुरानी हो गई
आर एस आघात
फ़िरक़ापरस्ती!
फ़िरक़ापरस्ती!
Pradeep Shoree
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
*नारी सत्य शक्ति है*
*नारी सत्य शक्ति है*
Rambali Mishra
ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में
ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में
Nakul Kumar
सिर्फ़ तुम्हें सुनाना चाहता हूँ
सिर्फ़ तुम्हें सुनाना चाहता हूँ
Shreedhar
*अभी और कभी*
*अभी और कभी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सच,मैं यह सच कह रहा हूँ
सच,मैं यह सच कह रहा हूँ
gurudeenverma198
सरफरोश
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
shabina. Naaz
दोस्ती अपनेपन का अहसास
दोस्ती अपनेपन का अहसास
Rekha khichi
अब भी कहता हूँ
अब भी कहता हूँ
Dr. Kishan tandon kranti
कलियुग में सतयुगी वचन लगभग अप्रासंगिक होते हैं।
कलियुग में सतयुगी वचन लगभग अप्रासंगिक होते हैं।
*प्रणय*
पग - पग पर बिखरा लावा है
पग - पग पर बिखरा लावा है
Priya Maithil
क्या आज हो रहा है?
क्या आज हो रहा है?
Jai Prakash Srivastav
life
life
पूर्वार्थ
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
श्रीहर्ष आचार्य
Hitclub - Nền tảng game bài Hit Club đổi thưởng, đa dạng trò
Hitclub - Nền tảng game bài Hit Club đổi thưởng, đa dạng trò
Hitclub V5
मोहब्बतों की डोर से बँधे हैं
मोहब्बतों की डोर से बँधे हैं
Ritu Asooja
साहित्यिक व्यापार
साहित्यिक व्यापार
RAMESH SHARMA
*नई मुलाकात *
*नई मुलाकात *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी
कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...