बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
कौन से बाजारों का हम हिस्सा हुए हैं !
जिन कहानी के रचयिता हुआ करते थे
उन कहानियां का ही हम किस्सा हुए हैं !!
कवि दीपक सरल
बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
कौन से बाजारों का हम हिस्सा हुए हैं !
जिन कहानी के रचयिता हुआ करते थे
उन कहानियां का ही हम किस्सा हुए हैं !!
कवि दीपक सरल