बदरा
घूमड घूमड बदरा आई,
हरियाली छाई
फूट गई सूखी कंदरा..
खिल आई बंद डोडी.
टर्र टर्र टर्राते मेंढक.
शीत निद्रा तोड़ आये कछुए
हरियाली छाई
घूमड घूमड बदरा आई,
.
साँप सपेरे वन में राजी,
बैठ गये,उन पर काजी,
वनौषधि काष्ठ औषधि
के जाननहारे नहीं
बिल्कुल अपराधी.
बढ गई आपाधापी.
हरियाली छाई,
घूमड घूमड बदरा आई.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस