बदरा बरस गईल
कवना दूर देश से आके
बदरा बरस गईल
तहरा एगो झलक खातिर
नयना तरस गईल
(१)
फेर गूंजे लागल बगिया में
पीहू-पीहू के गीत
फेर गूंजे लागल बगिया में
कूहू-कूहू के गीत
एगो टीस उठल जियरा में
हियरा तड़प गईल…
(२)
रंग-बिरंगा पांख फइलाके
नाचे लागल मोर
रंग-बिरंगा पांख फइलाके
झूमे लागल मोर
एगो हूक उठल जियरा में
हियरा तड़प गईल…
(३)
डाल-पात सगरी हरियाइल
प्रेम के छुअन पाके
फूल-कली सगरी लहराइल
प्रेम के चुम्बन पाके
एगो कसक उठल जियरा में
हियरा तड़प गईल…
(४)
बरगद-नीम पर झूला लागल
सखिया गावें कजरी
पीपल-आम पर झूला लागल
सखिया गावें कजरी
एगो पीर उठल जियरा में
हियरा तड़प गईल…
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Shekhar Chandra Mitra
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