Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Oct 2022 · 1 min read

बच्चों की दिपावली

झिलमिल-झिलमिल तारे,
आसमान से उतरे छत,
छोटे दीपक बन कर,
सजे हुए है हर घर,
मनाओ बच्चों दिपावली का पर्व।

मिठाई की थाल,
सजी हुई है खाने को,
आशीर्वाद लेकर बड़े बुजुर्गों का,
खुशियों से बांटो मिष्ठान,
मनाओ बच्चों दिपावली का पर्व।

आओ आओ सब इकट्ठे हो जाओ,
नए कपड़े पहन कर परिवार,
सावधानी से आतिशबाजी करो,
खूब मचाओ धमाल,
मनाओ बच्चों दिपावली का पर्व।

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश
मौदहा
हमीरपुर।

4 Likes · 4 Comments · 345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
ना आसमान सरकेगा ना जमीन खिसकेगी।
ना आसमान सरकेगा ना जमीन खिसकेगी।
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
फिर से आंखों ने
फिर से आंखों ने
Dr fauzia Naseem shad
पवनसुत
पवनसुत
सिद्धार्थ गोरखपुरी
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
संजीव शुक्ल 'सचिन'
गुजरते हुए उस गली से
गुजरते हुए उस गली से
Surinder blackpen
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*Author प्रणय प्रभात*
"बचपन"
Tanveer Chouhan
हमारे भीतर का बच्चा
हमारे भीतर का बच्चा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सिकन्दर बनकर क्या करना
सिकन्दर बनकर क्या करना
Satish Srijan
Jay prakash dewangan
Jay prakash dewangan
Jay Dewangan
बरवै छंद
बरवै छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाहता है जो
चाहता है जो
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ख़ियाबां मेरा सारा तुमने
ख़ियाबां मेरा सारा तुमने
Atul "Krishn"
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मस्जिद से अल्लाह का एजेंट भोंपू पर बोल रहा है
मस्जिद से अल्लाह का एजेंट भोंपू पर बोल रहा है
Dr MusafiR BaithA
KRISHANPRIYA
KRISHANPRIYA
Gunjan Sharma
लेखक कौन ?
लेखक कौन ?
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
श्री राम आ गए...!
श्री राम आ गए...!
भवेश
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
A heart-broken Soul.
A heart-broken Soul.
Manisha Manjari
आज बाजार बन्द है
आज बाजार बन्द है
gurudeenverma198
समय यात्रा: मिथक या वास्तविकता?
समय यात्रा: मिथक या वास्तविकता?
Shyam Sundar Subramanian
दाता देना बस हमें , निर्मल मन अभिराम (कुंडलिया)
दाता देना बस हमें , निर्मल मन अभिराम (कुंडलिया)
Ravi Prakash
आराधना
आराधना
Kanchan Khanna
चैन क्यों हो क़रार आने तक
चैन क्यों हो क़रार आने तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
Simmy Hasan
Loading...