फौजी जवान
फौजी जवान रहता है जमाने से जुदा,
सपनों को और अपनों को कहता है अलविदा।
सीने में उसके रंग तिंरगे के सब भरे,
मेरे देश का है फौजी जो हिंदुस्तान पर फिदा।
सतीश सृजन
फौजी जवान रहता है जमाने से जुदा,
सपनों को और अपनों को कहता है अलविदा।
सीने में उसके रंग तिंरगे के सब भरे,
मेरे देश का है फौजी जो हिंदुस्तान पर फिदा।
सतीश सृजन