“फेस -बुक के साथी “
डॉ लक्ष्मण झा”परिमल”
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आखिर हम
दोस्त
किसे बनाए ?
फेस -बुक में हम
दूँढते रहते हैं !
कोई अच्छा
लगता है
हम
ऐड में
क्लिक करते हैं !
वह उसे
स्वीकार करते हैं !
पर बाद में
एक ठेस लगती है
जब विचारों की
लडाई
चलती है !
हम दूँढते हैं
उनके प्रोफाइल को
और उनके प्रतिभा को !
फिर समझ में
बात आती है
दिन के बाद
रात आती है !
विचारों का
मेल
जब तक
एक ना हो
कहो कैसे करें
हम मित्रता ?……….
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डॉ लक्ष्मण झा”परिमल”