फूहड़ डीजे
भक्ति के नाम पर ‘डीजे’ पर फूहड़, भद्दे व द्विअर्थी गाने बजाकर बेहद अवांछित डांस करनेवाले नेतानुमा किशोर क्या संदेश देना चाहते हैं ?
….अर्थात भक्ति के नाम पर ‘डीजे’ पर फूहड़, भद्दे और द्विअर्थी गाने बजाकर बेहद अवांछित डांस करनेवाले सच में सनातन धर्म के मूल को नहीं समझते !
ये मौसमी लोग खुद को आधुनिक दिखाने के फेर में समयानुकूल धार्मिक बन जाते हैं और अपनी आदत को छुपाने में कोई संकोच न करते हैं !