फिर प्यार में पिघल गए
देखा तुझे मचल गए
फिर प्यार में पिघल गए
पत्थर कहाँ थे हम सनम
देखा तुझे पिघल गए
कब हाले-दिल सुने मिरा
जब कुछ कहा निकल गए
फिर चोट ना लगी मुझे
धोका मिला संभल गए
अच्छा हुआ जो प्यार में
ठोकर लगी संभल गए
तृष्णाएँ तो नहीं मिटी
अरमान सब निकल गए
हालात तो वही रहे
तुम कितने ही बदल गए
हम तो रहे वही मगर
मौसम कई बदल गए