फासले
फासले
इंतजार बढ़ गए, इम्तहान बढ़ गए,
यह फासले अपने दरमियां और बढ़ गए।
बखत देखते, राह तकते, दरख़्त भी बेजान हो चले,
अपनों के बीच, अपनों के, कुठाराघात और बढ़ चले ।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान
फासले
इंतजार बढ़ गए, इम्तहान बढ़ गए,
यह फासले अपने दरमियां और बढ़ गए।
बखत देखते, राह तकते, दरख़्त भी बेजान हो चले,
अपनों के बीच, अपनों के, कुठाराघात और बढ़ चले ।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान