*फाइल सबको भरना है (गीतिका)*
* फाइल सबको भरना है (गीतिका)*
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ऊपर से आदेश मिला जो, छुटभैयों को करना है
फाइल लेकर सब बैठे हैं, फाइल सबको भरना है
रस्म अदा करने को सारा, तामझाम दिखलाऍंगे
भीड़ बुलाकर भाड़े-वाली, वैतरणी को तरना है
चमचे का चमचा था वह फिर, उसके चमचे का चमचा
लंका में सब बावन गज के, किस से किस को डरना है
जनता से तो कटी-कटी है, फोटोबाजी खूब हुई
सदा सुनिश्चित आत्ममुग्ध जो, उस संस्था को मरना है
जब तक बोरी में चीनी है, चींटे सौ-सौ आऍंगे
नई राह पर फिर चींटों को, अपने पग को धरना है
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उ. प्र.)
मोबाइल 99976 15451