इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
🥀* अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कुछ तेज हवाएं है, कुछ बर्फानी गलन!
🌺ये गर्ल!स्टोरी में ट्विस्ट दे रही🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आओ आज तुम्हें मैं सुला दूं
न जल लाते हैं ये बादल(मुक्तक)
ग़रीब
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
पढ़ने की रंगीन कला / MUSAFIR BAITHA
from under tony's bed - I think she must be traveling
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।