फटा ब्लाउज ….लघु कथा
फटा ब्लाउज …..
“माँ देखो, ये साड़ी कैसी है ।” राहुल ने अपनी पत्नी अंजलि की नई साड़ी दिखाते हुए कहा ।
“अच्छी है बेटा । जा दे दे उसको । पति को अपनी पत्नी का ध्यान रखना चाहिए ।” माँ ने कहा ।
“ठीक है माँ” कहकर राहुल जैसे ही कमरे से बाहर निकला उसका सिर रस्सी पर सूखते हुए वस्त्र से अटक गया और वो जमीन पर गिर गया । ” माँ कपड़े थोड़ा साइड में सुखाया करो न ।” राहुल ने झल्लाकर कर कहा ।
माँ खाँसती हुई गिरे हुए वस्त्र को उठाने के लिए उठी
तो राहुल ने कहा “रहने दो माँ मैं टाँग देता हूँ ।”
राहुल ने वो फटा हुआ वस्त्र उठा कर रस्सी पर डाला और अंजली की साड़ी उठा कर अपने कमरे में चला गया ।
माँ देखती रह गई । बेटे को पत्नी की साड़ी याद रही पर रस्सी पर टंगा माँ का फटा ब्लाउज नजर नहीं
आया ।
@सुशील सरना / 20-3-24