प्रेम तो फिर आखिर प्रेम ही है
प्रेम के भी
अनगिनत अर्थ होते हैं
मेरे लिए कुछ
तुम्हारे लिए कुछ और ही पर
प्रेम तो फिर आखिर
प्रेम ही है ना जो
प्रेम करने वाले का
मनन करे
प्रेम से भरे एकांत में कभी।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001