प्रेम के सागर सी मैं
प्रेम के सागर सी मैं पर
प्रेम मिले न कहीं से एक बूंद भी
फिर मैं सागर हूं किसका
प्रेम की बूंदों का या
मन की आंखों से छलकते
आंसुओं की सदाओं के
झरनों का।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001