Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2024 · 1 min read

प्रीति नवेली

प्रीति नवेली (वर्ण पिरामिड)

हो
प्रीति
नवेली
मत पूछो
उसका रस
लगता है कैसा?
स्वर्गिक सुख जैसा।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 85 Views

You may also like these posts

2975.*पूर्णिका*
2975.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*
*"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"*
Shashi kala vyas
" ऐसा रंग भरो पिचकारी में "
Chunnu Lal Gupta
चुनिंदा अशआर
चुनिंदा अशआर
Dr fauzia Naseem shad
संचारी रोग दस्तक अभियान
संचारी रोग दस्तक अभियान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मां -सही भूख तृष्णा खिलाया सदा
मां -सही भूख तृष्णा खिलाया सदा
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
कार्तिक नितिन शर्मा
बहुत दिन हो गए
बहुत दिन हो गए
Meera Thakur
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,
डी. के. निवातिया
* मन बसेगा नहीं *
* मन बसेगा नहीं *
surenderpal vaidya
एक ख्वाब
एक ख्वाब
Ravi Maurya
दिवाली
दिवाली
Priya Maithil
बच्चों की ख्वाहिशों का गला घोंट के कहा,,
बच्चों की ख्वाहिशों का गला घोंट के कहा,,
Shweta Soni
लहू का कारखाना
लहू का कारखाना
संतोष बरमैया जय
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
SATPAL CHAUHAN
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
"क्या करूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अनकही अधूरी ख्वाहिश
अनकही अधूरी ख्वाहिश
Rekha khichi
दोहे रमेश शर्मा के
दोहे रमेश शर्मा के
RAMESH SHARMA
जन्मदिन का तोहफा**
जन्मदिन का तोहफा**
Bindesh kumar jha
प्यार के मायने बदल गयें हैं
प्यार के मायने बदल गयें हैं
SHAMA PARVEEN
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सत्संग शब्द सुनते ही मन में एक भव्य सभा का दृश्य उभरता है, ज
सत्संग शब्द सुनते ही मन में एक भव्य सभा का दृश्य उभरता है, ज
पूर्वार्थ
प्रेरणा - एक विचार
प्रेरणा - एक विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...