प्रवासी मजदूर
सोचो क्यों इतने मजबूर हुए!
कि हम गांव-देश से दूर हुए!!
हमारे ही टैक्स के पैसों को
पाकर तो वे सब मगरूर हुए!!
Shekhar Chandra Mitra
#इंकलाबीशायर
सोचो क्यों इतने मजबूर हुए!
कि हम गांव-देश से दूर हुए!!
हमारे ही टैक्स के पैसों को
पाकर तो वे सब मगरूर हुए!!
Shekhar Chandra Mitra
#इंकलाबीशायर