प्यास है तो दरिया भी कहीं पास है
प्यास है तो
दरिया भी कहीं पास है
अपनों की कहीं मन में गहरी दबी चाह
है तो
उनसे मिलने का जरिया भी कहीं
आसपास है
वह मिलें या ना मिलें
उनकी तलाश तो बदस्तूर जारी है,
बरकरार है
दूर से छिपकर कहीं मुझे देखते होंगे तो
खुश तो बहुत होते होंगे कि
उनके न रहने पर भी
उनसे किसी को किस कदर प्यार है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001