Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2022 · 1 min read

प्यार क्या बला की चीज है!

तेरे ख्वाब ने मेरे नींद को ऐसा उड़ाया,
लाख कोशिश की हमने सोने की,
पर कमबख्त यह नींद पलकों पर न आया।
पूरी रात जगाकर उसने मुझे,
प्यार क्या बला की चीज है यह बतलाया।
अनामिका

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 261 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कांटों में जो फूल.....
कांटों में जो फूल.....
Vijay kumar Pandey
अतीत का गौरव गान
अतीत का गौरव गान
Shekhar Chandra Mitra
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
Pravesh Shinde
*सर्दी (कुंडलिया)*
*सर्दी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"दुविधा"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल से
दिल से
DR ARUN KUMAR SHASTRI
★ बचपन और बारिश...
★ बचपन और बारिश...
*Author प्रणय प्रभात*
हर मुश्किल फिर आसां होगी।
हर मुश्किल फिर आसां होगी।
Taj Mohammad
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Drapetomania
Drapetomania
Vedha Singh
بدل گیا انسان
بدل گیا انسان
Ahtesham Ahmad
2994.*पूर्णिका*
2994.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
Surinder blackpen
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी
N.ksahu0007@writer
सनम  ऐसे ना मुझको  बुलाया करो।
सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
तू मेरा मैं  तेरी हो जाऊं
तू मेरा मैं तेरी हो जाऊं
Ananya Sahu
महापुरुषों की सीख
महापुरुषों की सीख
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फिर जनता की आवाज बना
फिर जनता की आवाज बना
vishnushankartripathi7
मैं बेटी हूँ
मैं बेटी हूँ
लक्ष्मी सिंह
नहीं    माँगूँ  बड़ा   ओहदा,
नहीं माँगूँ बड़ा ओहदा,
Satish Srijan
आई होली
आई होली
Kavita Chouhan
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
AVINASH (Avi...) MEHRA
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे
Pramila sultan
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
दो शे'र ( अशआर)
दो शे'र ( अशआर)
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
আজ রাতে তোমায় শেষ চিঠি লিখবো,
আজ রাতে তোমায় শেষ চিঠি লিখবো,
Sakhawat Jisan
तुम्हारा मेरा रिश्ता....
तुम्हारा मेरा रिश्ता....
पूर्वार्थ
Loading...