पुस्तकें
जिंदगी की राह की मित्र होती, पुस्तकें।
भूत भविष्य वर्तमान सी होती, पुस्तकें।
इनमें समाया है धरा अनन्त विज्ञान भी,
मन के भावों में भी ये चेहरे सी, पुस्तकें।।
पुस्तक से मिटता है, भ्रम भी अज्ञान का।
ज्ञान से ही मिलता है, सत्य अनजान का।
शांति का सूत्र पुस्तक से होता प्राप्त है,
पुस्तक से ही जीवन दिखता सम्मान का।।
पुस्तक दिवस पर समर्पित।
(कवि-डॉ शिव लहरी )