पुनर्जन्म
क्यों कुचक्र रचते हो,
क्यों अत्याचार करते हो,
इस जन्म् में कुछ तो करो,
पुनर्जन्म की बात क्यों करते हो।
इस जन्म में पाप के घड़े जब भरेगें,
पनुर्जन्म में तुम्हे इनके फल मिलेगें,
इस जन्म् में पाप कुछ तो कम करो,
और कुछ नेकी काम भी तो करो।
___________________________ मनहरण