पाप पुण्य
व्यंग्य कविता
थोडे अतीत में लोगों का कहना था,
सोये हुए को मत जगाओ,
पाप लगेगा.
आजकल पुण्य ही.
सोये हुए को जगाने से बनता है.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस
व्यंग्य कविता
थोडे अतीत में लोगों का कहना था,
सोये हुए को मत जगाओ,
पाप लगेगा.
आजकल पुण्य ही.
सोये हुए को जगाने से बनता है.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस