पापा गोय
पापा गोय ए पापा गोय
गांव के चिन्हा देखादे
भूल गे हो मे घूमे बर
मोला गरति आमा खावादे
पापा गोय ए पापा गोय।
दाई देखत होहि मोला
सिथा के गाकर खवादे
माँ ल शंशो फ़िकर मा
बने खाना नई खवाये
पापा गोय ए पापा गोय।
सोच ले बिचार ले तै
अऊ मोला शहर घुमा दे
पापा गोय ए पापा गोय