पागलों के हाथ में दुनिया
कुछ पागलों के हाथ में है दुनिया
पता नहीं कब इसे खतम कर दें!
वे तुझको-मुझको इसको-उसको
सबको एक साथ भसम कर दें!
इससे पहले कि जीने का मौका
अब हमारे हाथ से निकल जाए
आओ मिल-जुलकर एक-दूजे से
हम सार्थक अपना जनम कर लें!
Shekhar Chandra Mitra